आकाश का देवता नहीं, माटी का महात्मा
आकाश का देवता नहीं,
माटी का महात्मा
~ वो दिखने में अति औसत, बल्कि अनाकर्षक थे।
कद के छोटे, कृषकाय, ढाँचे-सा शरीर, श्यामवर्णी साधारण चेहरा, चेहरे के अनुपात में बड़े-बड़े कान।
न चौड़े कंधे, न चौड़ी छाती।
पिछली कई शताब्दियों में उनकी छवि से ज़्यादा भारत ने किसी की छवि को निहारा नहीं।