‘अल्लाह में यकीन रखो’ का अर्थ

तुम भगवान के पास भगवान को मांगने कब जाते हो,
तुम तो भगवान के पास वरदान को मांगने जाते हो।

इसलिए कुछ नहीं मिलता
न भगवान, न वरदान

याद रखना,

भगवान और वरदान अलग-अलग नहीं हो सकते।

भगवान एक ही वरदान दे सकता है,
उस वरदान का नाम भगवान है।

और यही वरदान मांगना हमेशा,

क्या?

और कुछ नहीं चाहिए, तुम ही आ जाओ।

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आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org