अपनी आध्यात्मिक उन्नति को कैसे नापें?

जो साधारण ताप, विकार बताएँ गए हैं, उनसे शुरुआत करनी चाहिए। आध्यात्मिक उन्नति का मतलब होता है कि आप झूठ को छोड़ करके सच की ओर बढ़ रहे हैं, इसी को कहते हैं आध्यात्मिक उन्नति।

ये छह मापदंड अपने सामने रख लीजिए, अपने आप से पूछ लिया करिए काम बढ़ा है या घटा है, क्रोध बढ़ा है या घटा है, मद्द बढ़ा या घटा है, मात्सर्य बढ़ा या घटा, लोभ, भय ये सब बढ़े या घटे। इन छह पैमानों पर अपने आपको नाप लिया कीजिए, इन पर आप तरक्की…

आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org