अगर देश के लिए खेलने का अरमान हो
देश के लिए खेलना चाहते हो, तो फिर देश के लिए खेलने को ही जीवन बना लो, जीवन में और दूसरी कोई बात बचनी ही नहीं चाहिए।
अस्तित्व का नियम समझो। हंस हंस के साथ रहता है, कौआ कौवे के साथ रहता है। शेर और कुत्ते को तुम एक झुंड में घूमता नहीं पाओगे। जिसको बहुत ऊँचे जाना हो वो फिर उस ऊँचे को ही जीवन बना ले, वो ये नहीं कर सकता कि एक लक्ष्य तो मेरा ये है कि देश के लिए क्रिकेट खेलना है, राष्ट्रीय टीम का सदस्य बनना है, और…