अगर दिमाग कुछ नया पाने के लिए बेचैन हो
एक ख़ास चीज़ है जिसकी मन को आवश्यकता है, एक ख़ास बात है जो मन को जाननी है, कुछ भी साधारण - सामान्य नहीं चलेगा। जब वो विशिष्ट चीज़ आप मन को नहीं देते हैं जिसकी मन को आवश्यकता है तब मन हजारों छोटी - मोटी व्यर्थ चीज़ों के पीछे दौड़ने लग जाता है।
वह ख़ास चीज क्या है? इसे समझने की शुरुआत नकार के तरीके से करनी होती है। देखा जाता है कि कौन-कौन से रास्ते हैं जिन्हें हम पहले ही आजमा चुके हैं। और फिर ऐसे रास्तों…