अक्सर कहा जाता है कि विवेक का अर्थ होता है सही और ग़लत के बीच में सही को चुनना।

वास्तव में स्थिति थोड़ी भिन्न है, कुछ अलग होता है।

सही को चुनना असंभव है।

हाँ, अगर सही ने तुम्हें चुन रखा है, तो तुम ग़लत को नहीं चुनोगे।

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आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org